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क्या इस्लाम में शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना हलाल है? – Share market me paisa lagana haram hai ya halal?

Introduction:

दोस्तों, ज्यादातर उलेमा ए इकराम की राय ये है की शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करना पूरी तरह से हलाल है, क्यूं की शेयर मार्केट में आप जब पैसा लगा रहे हो तो आप उस कंपनी की हिस्सेदारी (share) खरीद रहे हो, अब अगर कंपनी को मुनाफा या नुकसान (profit or loss) होगा तो उसके हिसाब से ही शेयर की कीमत ज्यादा या कम होगी, तो ये गलत कैसे हो सकता है? 

लेकिन हां, कुछ बातें ऐसी है जिनका आपको ध्यान रखना बहुत जरूरी है, नही तो आपका लगाया हुआ पैसा हराम हो जायेगा, और वो बाते मे आपको पूरी डिटेल में बताऊंगा। (Share market me invest karna halal ya haram)

कंपनी हराम कारोबार (business) तो नही करती?

किसी भी कंपनी में पैसा इन्वेस्ट करने से पहले आपकी ये जिम्मेदारी है की आप पता करो के वो कंपनी कोई ऐसा कारोबार तो नही करती जो की इस्लाम के हिसाब से हराम है, 

दारू और ड्रग्स का कारोबार:- दोस्तों ये बात तो सब जानते है की दारू और ड्रग्स का इस्तेमाल इस्लाम में सख्ती से हराम है, तो अगर आप ऐसी कंपनी में इन्वेस्ट कर रहे हो जो की दारू (alcohol) या ड्रग्स का कारोबार कर रही है तो उसमे इन्वेस्ट करना हराम हो जायेगा, क्योंकि ऐसी कंपनी में इन्वेस्ट करके आप उनके हराम कारोबार को बढ़ावा दे रहे हो, इसलिए ऐसी कंपनी में इन्वेस्ट ना करे।

सुअर के गोश्त का कारोबार:- ये भी आप जानते होंगे की सुअर का गोश्त इस्लाम में हराम है, लिहाजा जो कंपनी सुअर के गोश्त को प्रोड्यूस या मैन्युफैक्चर करती है ऐसी कंपनी में इन्वेस्ट करना हराम है।

तंबाकू और सिगरेट का कारोबार:- तंबाकू और सिगरेट इंसान की सेहत के लिए बहोत खतरनाक है, ये एक तरह से धीमा जहर है जो आपको भी नुकसान करता है और आपके आस पास के लोगों को भी, जब आप सिगरेट पी कर धुंआ छोड़ते हो तो आपके आस पास के लोगों को उस धुंए से उतना ही नुकसान होता है जितना सिगरेट पीने वाले को, इसलिए ज्यादातर उलेमा की ये राय है की सिगरेट, तंबाकू, गुटका वगेरह हराम है, और जो कंपनी इसका कारोबार करे उसमे इन्वेस्ट करना भी हराम है।

सूद (interest) का कारोबार:- दोस्तों ऐसी बहुत सी फाइनेंस (finance) कंपनिया है जो की दूसरी कंपनी या लोगों को लोन देती है फिर एक तय वक्त के बाद सूद या ब्याज (interest) के साथ पैसा वसूल करती है, अब सूद तो इस्लाम में हराम है, सूद के बारे में अल्लाह कुरान में यहां तक कहता है की “सूद का कारोबार करना अल्लाह और उसके रसूल ﷺ के खिलाफ जंग करने के बराबर है,” (कुरान  2:278-279) लिहाजा आप ऐसी कंपनी में इन्वेस्ट करने से बचें जो की सूद का कारोबार करती हो।

ट्रेडिंग की ऐसी किस्में (types) जो कि हराम है:

दोस्तों शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करने को ट्रेडिंग कहते है, और ट्रेडिंग के बहुत से प्रकार (types) होते है, जैसे की इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday), स्विंग ट्रेडिंग (swing), वगैरह, अब कुछ ऐसे प्रकार के ट्रेडिंग है जो की हराम है, उनकी लिस्ट कुछ इस प्रकार है,

मार्जिन ट्रेडिंग :- इस तरह की ट्रेडिंग में आप ब्रोकर से पैसे उधार लेकर शेयर मार्केट मे इन्वेस्ट करते हो, बाद में आपको मार्जिन का पैसा सूद के साथ ब्रोकर को वापिस करना होता है, इसलिए ये हराम है, क्युकी एक तो आप उधार लेकर इन्वेस्ट कर रहे हो ऊपर से ब्याज भी आपको देना है, मतलब ये एक जुआ भी हुआ और साथ में सूद भी।

शॉर्ट सेलिंग :-  इस ट्रेडिंग में ब्रोकर से किसी कंपनी से शेयर उधार लिए जाते है, और उन्हे मार्केट में बेच दिया जाता है, फिर जब इस कंपनी से शेयर की कीमत बहुत ही ज्यादा गिर जाती है, तो उन शेयर को सस्ते दाम में खरीद कर ब्रोकर को वापिस कर दिया जाता है, और जो डिफरेंस निकला वो आपका मुनाफा, इस ट्रेडिंग में एक धोखा शामिल है, क्यूंकि आप किसी और की मिल्कियत से मुनाफा कमा रहे हो लेकिन सामने वाले को कुछ नही मिल रहा इसलिए ये ट्रेडिंग हराम है।

इंट्राडे ट्रेडिंग :- आम तौर पर जब आप शेयर खरीदे हो तो शेयर आपके नाम (ownership) होने में 2 से 3 दिन लगते है, लेकिन इंट्राडे ट्रेडिंग में आप शेयर उधार लेकर एक ही दिन में मार्केट में उसकी खरीद और फ्रोख्त (purchase and sale) कर पाते हो, अब इस्लाम का ये नियम है जिस चीज पर आपका मालिकाना हक ना हो उस चीज को आप बेच नही सकते, इसलिए जब तक शेयर पूरी तरह से आपके डीमैट अकाउंट में क्रेडिट ना हो जाए तब तक वो शेयर आप कहीं बेच नही सकते, इसलिए ही इंट्राडे ट्रेडिंग हराम है।

ड्राइवेटिव्स :- ये दो पार्टियों के बीच एक तरह का फाइनेंशियल कॉन्ट्रैक्ट होता है, इस कॉन्ट्रैक्ट के पीछे किसी मिलकत (asset) को जमानत के लिए रखा जाता है, फ्यूचर ट्रेडिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग, फॉरवर्ड ट्रेडिंग और स्वैप ट्रेडिंग इसी कैटेगरी में आते है, क्योंकि इस तरह की ट्रेडिंग में सूद या ब्याज (interest) शामिल होता है इसलिए ये हराम है।

मेरी राय (my opinion):

मेरे हिसाब से शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने का हलाल तरीका ये है की सबसे पहले आप जिस भी कम्पनी में पैसा लगा रहे हो उसकी जांच कर लो की कहीं वो हराम बिजनेस तो नही करती, फिर उस कंपनी में लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्ट करो, और ध्यान देना की इन्वेस्टमेंट में कही सूद या उधार शामिल ना हो। (Online trading halal hai ya haram)

 

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