wikiduaa.online

कर्ज या लोन उतारने की दुआ – karz utarne ki dua

karz utarne ki dua

परिचय:-

मेरे इस्लामी भाईयो और बहनों, महंगाई के इस पुरफितन दौर में सिर्फ सैलरी के बल पर घर चलाना मुमकिन नहीं है, इसलिए घर के खर्चे उठाने के लिए कभी न कभी कर्ज लेना ही पड़ता है तो अगर आपने भी कर्ज, लोन या उधार ले रखा है और आप इस कर्ज के बोझ तले दबे जा रहे हो तो मायूस होने की जरूरत नहीं है,

मैं आपको हदीस ए पाक से साबित एक ऐसी दुआ बताने जा रहा हूं जिसे सच्चे दिल से पढ़ने से इंशाल्लाह जरूर अल्लाह पाक किसी न किसी जरिए से आपका कर्जा दूर कर देगा और आपको तंगदस्ती और गुरबत से निजात देगा।  (Karz Utarne ki Dua)

कर्ज उतारने की दुआ अरबी में:-

‏ اللَّهُمَّ رَبَّ السَّمَوَاتِ وَرَبَّ الأَرْضِ وَرَبَّ الْعَرْشِ الْعَظِيمِ رَبَّنَا وَرَبَّ كُلِّ شَىْءٍ فَالِقَ الْحَبِّ وَالنَّوَى وَمُنْزِلَ التَّوْرَاةِ وَالإِنْجِيلِ وَالْفُرْقَانِ أَعُوذُ بِكَ مِنْ شَرِّ كُلِّ شَىْءٍ أَنْتَ آخِذٌ بِنَاصِيَتِهِ اللَّهُمَّ أَنْتَ الأَوَّلُ فَلَيْسَ قَبْلَكَ شَىْءٌ وَأَنْتَ الآخِرُ فَلَيْسَ بَعْدَكَ شَىْءٌ وَأَنْتَ الظَّاهِرُ فَلَيْسَ فَوْقَكَ شَىْءٌ وَأَنْتَ الْبَاطِنُ فَلَيْسَ دُونَكَ شَىْءٌ اقْضِ عَنَّا الدَّيْنَ وَأَغْنِنَا مِنَ الْفَقْرِ ‏

कर्ज उतारने की दुआ इंग्लिश में:-

Allahumma Rabbus samawati wa Rabbul Ardi wa Rabbul Arshil Azim, Rabbana wa Rabba kulli shay, faliq Al habbi wannawa wa munzil At Tawrati wal Injili wal Furqan, aauzu bika min sharri kulli Shayin anta akhizun bi nasiyatiha, Allahumma anta Al awwal fa laysa qablaka shay, wa anta Al akhiru fa laysa ba`daka shay, Wa anta az zahiru fa laysa fawkaka shay, wa anta Al batinu fa laysa dunaka shay, Iqdi anna addayna wa aghnina min Al faqr.

कर्ज उतारने की दुआ हिंदी में:-

अल्लाहुम्मा रब्बस समावती वा रब्ब अल-अर्दी व रब्बुल अर्शिल अज़ीम, रब्बाना व रब्बा कुल्ली शाय, फलिक अल हब्बी वन्नवा वा मुन्ज़िल अत तवराती वल इंजीली वल फुरकान, आऊजूबिका मिन शर्री कुल्ली शयईन अंता अखिज़ुन बी नसियतिहा, अल्लाहुम्मा अंता अल अव्वल फलेसा क़बलका शय, व अन्ता अल आखिरू फलेसा बाद’ का शय, व अन्ता अज़ जाहिरु फलयसा फवकाका शय, व अन्ता अल बातिनु फलयसा दुनाका शाय, इकदी अन्ना अददयना व अघ्निना मिन अल फकर।

इस दुआ का तर्जुमा:-

या अल्लाह, आसमानो और जमीन के रब, और अर्श ए अजीम के रब, हमारे रब और हर चीज़ के रब, बीज और खजूर के बीज को अलग करने वाले, तौरात, इंजील और फुरकान को नाजिल करने वाले, मैं पनाह चाहता हूं तेरी उन सब जानदारो की बुराई से जिन्हें तू पकड़ लेता है, या अल्लाह तू ही अव्वल है और तुझ से पहले कुछ नही हो सकता, तू ही आखिर है और तेरे बाद भी कुछ नही हो सकता, तू जाहिर है और तेरे ऊपर कुछ भी नहीं है, और तू बातिन है और तेरे परे कुछ भी नहीं है, हमारे कर्ज का बोझ हमसे दूर करदे और हमें गरीबी और तंगदस्ती से बचा।

वज़ाहत:-

ये दुआ मुस्लिम शरीफ की हदीस 2713 में मौजूद है, ये सही हदीस है और इसे अबू सालिह ने रिवायत किया है, इस हदीस के मुताबिक हर रात सोने से पहले आपने बिस्तर पर अपनी सीधे हाथ की करवट पे लेट जाना है फिर ये दुआ करनी है,

इंशाल्लाह हर रात इस दुआ की तिलावत करने से और नमाज़ों की पाबंदी करने से आपका कर्ज जल्द से जल्द दूर हो जायेगा।

हमबिस्तरी से पहले कौनसी दुआ पढ़नी चाहिए? – humbistari ki dua

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top